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संत रामपाल जी महाराज धरती को स्वर्ग बनाएंगे. कैसे?

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 संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग ने अनेको उजड़े परिवार को बसाया है जो लोग नशा करते हैं उन्होंने नशा छोड़ दिया है समाज में दहेज जैसी कुर्तियों को भी संत रामपाल जी महाराज जी ने समाप्त कर दिया है नशा चोरी ठगी करना लोगों ने छोड़ दिया है क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जी का शिष्य बनने के लिए नशा चोरी ठगी यह सब चीजें छोड़ देनी पड़ती है ।

बेटा हो चाहे बेटी दोनों को एक सामान देखा जाएगा।


जिन्होंने पिछले जन्म में जैसी भक्ति तप किसी देवता की पूजा की है दान धर्म किया है अच्छे बुरे कर्म किए हैं उसके अनुसार उनको जो आज सुख दुख है वह भोगना पड़ रहा है मगर जो सुख भोग रहे हैं उनके पिछले जन्मों के कारण कुछ सुख हो रहा है मगर जो दुख हो रहा है वह पिछले जन्मों के कर्म के अनुसार दुख आ रहा है इस जन्म में उन्होंने भक्ति नहीं की तो अगले जन्म में कुत्ता गधा बन कर फिर दुख भोगना पड़ेगा।


इसलिए सत भक्ति करना आवश्यक है जो संत रामपाल जी महाराज बता रहे हैं।


संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि आत्महत्या और हत्या करना महापाप है यह घोर अपराध है ऐसे कर्म करने वाले को नरक में घोर सजा दी जाती है मगर संत रामपाल जी महाराज जी सत्संग के माध्यम से लोगों को एक नई जीने की राह दिखा रहे हैं जिससे घर में सुख शांति समाधान होगा पिता अपने बच्चों को नहीं मारेगा और ना ही अपनी पत्नी को तकलीफ देगा ।

ऐसे संत रामपाल जी महाराज धरती को स्वर्ग समान बना रहे है।

संत रामपाल जी महाराज जो भक्ति साधना बता रहे हैं वह सभी धर्मों के पवित्र शास्त्रों के आधार पर है इसलिए उनकी अनुयायो की की संख्या दिन पे दिन बढ़ती जा रही है और उनको आने को लाभ मिल रहे हैं।

और गीता अध्याय 16 के श्लोक 23 में भी बताया है कि जो शास्त्र विरुद्ध साधना करेगा उसको कोई लाभ मिलने वाला नहीं है।


संत रामपाल जी महाराज जी का मुख्य उद्देश्य:-
1) जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा।
2) समाज में से दहेज जैसी बीमारी को खत्म करना।
3) नशा रहित समाज का निर्माण करना।
4) जातिवाद को खत्म करना।
5) ऊंच-नीच ता को खत्म करना।
6) पर स्त्री को लोग बेटी बहन माई के समान देखेंगे।

ऐसी होगी धरती स्वर्ग समान।

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