कबीर परमात्मा के चमत्कार।

कबीर साहिब जी ही पूर्ण परमात्मा है क्योंकि उन्होंने किसी मां के पेट से जन्म नहीं लिया और ना ही उनकी मृत्यु हुई काशी के लहरतारा तालाब पर आकर प्रकट हुए थे और मगहर शहर से सहशरीर सतलोक चले गए थे क्योंकि वह पूर्ण परमात्मा है उनके अलावा कोई भी परमात्मा अविनाशी नहीं है और परमात्मा जब भी धरती पर आते हैं तो अनेकों चमत्कार करते हैं कबीर परमात्मा ने भी एसे ही अनेक चमत्कार कीये है।


पूर्ण परमात्मा के अलावा कोई और चमत्कार नहीं कर सकता क्योंकि जिसने हम सबको बनाया है उसकी शक्ति को कोई भी चुनौती नहीं दे सकता है।
पूर्ण परमात्मा जब-जब भी धरती पर आये तब-तब चमत्कार किये व अपने आपको पूर्ण परमात्मा सिद्ध किया।



परमात्मा जब भी धरती पर आते हैं तब उनकी परवरिश कुंवारी गायों की दूध से होती है ऐसे ही जब बालक कबीर को दूध पिलाने की कोशिश की नीरू नीमा असफल रहे तब कबीर साहब ने कहा कुवारी गाय ले आओ में उसका दूध पियूंगा और ऐसा ही हुआ ।
ऋग्वेद  मंडल 9 सुक्त 1 मंत्र 9 मे प्रमाण है कि पूर्ण परमात्मा अमर पुरूष जब लीला करता हुआ बालक रूप धारण करके स्वयं प्रकट होता है तब कुंवारी गाय अपने आप दूध देती है इससे पूर्ण प्रभु की परवरिश होती है।




कबीर परमात्मा ने कहा था मानव ही हमारा धर्म है लगभग 600 साल पहले परमेश्वर कबीर साहिब जी द्वारा किए चमत्कारों को देखकर और पीढ़ी दर पीढ़ी उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलते हुए आज भी मगहर शहर में हिंदू और मुसलमान बहुत प्यार से रहते हैं परमेश्वर कबीर साहिब जी की याद में हिंदू और मुसलमानों द्वारा साथ-साथ निर्मित यादगार इसका प्रमाण है।




कबीर परमेश्वर जी ने दिल्ली के बादशाह सिकंदर लोधी के जलन का असाध्य रोग आशीर्वाद मात्र से ठीक कर दिया वह रोग जो किसीका काजी मुल्ला के जंतर मंत्र से भी ठीक नहीं हुआ था।
यजुर्वेद में भी इसका प्रमाण है पूर्ण परमात्मा तो किसी भी प्रकार का कष्ट कितना भी घोर पाप नष्ट कर सकता है।




परमात्मा कबीर ने अपने भक्तों की कटी हुई गर्दन वापिस जोड़ दी थी ।
आओ सेउ जिम लो यह प्रसाद प्रेम सिर कटते हैं चोरों के साधुओं के नित्य क्षम।
 और सेउ की गर्दन धड के ऊपर जुड़ गई ऐसे तो बहुत लीला साहेब कबीर ने की है जिससे यह सिद्ध होता है कि यह ही पूर्ण परमात्मा है ।
सामवेद संख्या नंबर 822 तथा ऋग्वेद  मंडल 10 सूक्त 162 मंत्र 2 में कहां है कि कविरदेव अपने साथी की आयु बढ़ा देता है।




सिकंदर लोधी ने एक गउ के तलवार से दो टुकड़े कर दिए गउ को गर्भ था और बच्चे के भी दो टुकड़े हो गए तब सिकंदर लोधी राजा ने कहा कि कबीर यदि तू खुदा है तो इस गउ को  जीवित कर दें अन्यथा तेरा सिर भी कदल कर दिया जाएगा साहेब कबीर ने एक बार हाथ गऊ के  टुकड़ों को लगाया तथा दूसरी बार उसके बच्चे के टुकड़ों को लगाया उसी समय दोनों मां बेटा जीवित हो गए साहेब कबीर ने गऊ से दूध निकल कर बहुत बड़ी बाल्टी  भर दी।

ऐसे बहुत से चमत्कार कबीर साहिब ने किया क्योंकि वह पूर्ण परमात्मा है आप भी पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब की शरण में आए और अपना कल्याण करवाएं इसके लिए आपको संत रामपाल जी महाराज की शरण में आना पड़ेगा।














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